Diabetes (मधुमेह)के बारे में जानकारी
डायबिटीज एक क्रॉनिक (लंबे समय तक चलने वाली) बीमारी है, जिसमें शरीर का ब्लड शुगर (ग्लूकोज) लेवल सामान्य से अधिक हो जाता है। यह तब होता है जब शरीर इंसुलिन नामक हार्मोन का सही उपयोग नहीं कर पाता या पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाता।
डायबिटीज के प्रकार
- Type 1 Diabetes – यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें शरीर इंसुलिन बनाना बंद कर देता है। आमतौर पर यह बचपन या किशोरावस्था में होती है।
- Type 2 Diabetes – यह सबसे आम प्रकार है, जिसमें शरीर इंसुलिन के प्रति प्रतिरोधी हो जाता है, जिससे ब्लड शुगर बढ़ जाता है। यह अक्सर गलत खानपान, मोटापा और शारीरिक निष्क्रियता के कारण होता है।
- Gestational Diabetes – यह गर्भावस्था के दौरान होने वाली डायबिटीज है, जो प्रसव के बाद सामान्य हो सकती है, लेकिन भविष्य में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ा सकती है।
डायबिटीज के लक्षण
- अत्यधिक प्यास लगना
- बार-बार पेशाब आना
- कमजोरी और थकान
- धुंधली दृष्टि
- घाव या चोट का देर से भरना
- अचानक वजन बढ़ना या घटना
डायबिटीज के कारण
- अस्वस्थ खानपान (ज्यादा मीठा और फैट वाली चीजें)
- मोटापा और शारीरिक गतिविधि की कमी
- पारिवारिक इतिहास (अनुवांशिकता)
- हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल
- तनाव और अनियमित जीवनशैली
डायबिटीज से बचाव और समाधान
✔ स्वस्थ आहार अपनाएं – साबुत अनाज, हरी सब्जियां, फल, प्रोटीन और हेल्दी फैट का सेवन करें।
✔ नियमित व्यायाम करें – कम से कम 30 मिनट तक रोजाना योग, वॉकिंग या एक्सरसाइज करें।
✔ वजन नियंत्रित रखें – मोटापे से बचने के लिए हेल्दी डाइट और एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाएं।
✔ तनाव कम करें – ध्यान, योग और अच्छी नींद से तनाव को कम करें।
✔ ब्लड शुगर की नियमित जांच कराएं – समय-समय पर शुगर लेवल चेक कराएं और डॉक्टर से सलाह लें।
डायबिटीज को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता, लेकिन इसे कंट्रोल में रखा जा सकता है। सही खानपान, व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप इसे बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं।